आज आपके लिए कुछ स्पेशल फोटो लाया हु जिसे आप माउस से पकड़ कर किसी भी फोल्डर में सेव कर सकते है और आपके लिए कुछ स्पेशल भी लिख रहा हु जिसे पड़कर शायद आपको भी अपने दोस्तों की याद आ जाएगी
जब याद का किस्सा खोलू
जब याद का किस्सा खोलू
तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है ,
मै गुज़रे पल को सोचु तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है,
अब जाने कोन सी नगरी में आबाद है
मै देर रात तक जागु तो कुछ
दोस्त बहुत याद आते है,
कुछ बाते थी फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबु जैसे थे,
मैं शहरे चमन में टहलू
तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है,
वो पलभर की नाराजगिया,
और मान भी जाना पल भर में,
अब खुद से भी रूठू तो कुछ
दोस्त बहुत याद आते है ..
मेरे ब्लॉग ने भी अपने दिल की बात बोली है जो की सबसे निचे लिखी है और अब कुछ स्पेशल फोटो जो शायद आपको पसंद आ जाये
अभी कुछ और भी वालपेपर है जो आपको बहुत पसंद आएंगे और आपके कंप्यूटर की शोभा बढ़ाएंगे अगर आपको ये बेहतरीन वालपेपर अपने कंप्यूटर में सेव करने है किसी भी वालपेपर के ऊपर क्लीक करे जब वो बड़ा हो जाये तो उसे माउश से पकडकर किसी भी फोल्डर में डाल ले निचे उन बेहतरीन वालपेपर को दे रहा हु जो आपको जरुर पसंद आयेंगे
और चलते चलते मेरा ब्लॉग भी आपसे कुछ कहना चाहता है
मैं मौसम नहीं जो पल भर में बदल जाऊ
जमीन से दूर कही और निकल जाऊ
पुराने वक़्त का सिक्का हु मुझे फेक न देना
बुरे दिनों में शायद मैं ही चल जाऊ
nice post
जवाब देंहटाएंवाह वाह बहुत सुन्दर वाल पेपर है मैने सेव कर लिये हैं…….…आभार ये तरीका बहुत पसन्द आया।
जवाब देंहटाएंwaah mayank bhai behtar kavita ke saath saath wallpaper bhi
जवाब देंहटाएंye toh sone pe suhaga hua
samrat bundelkhand by upendra shukla
bahut badiya
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