आज आपके लिए दो ऐसी साइटों के लिंक लेकर आया हु जिन पर जाकर आप अपनी फोटो को अपलोड करके किसी के साथ भी शेयर कर सकते हो
इन्ही साइटों के द्वरा मैं भी अपनी कुछ यादगार फोटो आप लोगो के बीच ला रहा हु आप भी देखे उन फोटो को वेसे जो मैं आपको फोटो दिखा रहा हु उसमे आपको मेरी फोटो कम ही दिखेगी क्युकी खीचने वाले की फोटो कम ही होती है और खिचवाने वालो की ज्यादा
ये फोटो इसी साल की है यानि 2012 की सबसे पहले मंसूरी की वो फोटो जो मेरे लिए सबसे ज्यादा यादगार है क्युकी मैं आजतक अपनी लाइफ में कभी मंसूरी नहीं गया था लेकिन जब गया तो वो सब देखने को मिल गया जिसके लिए लोग वह जाते है यानि लाइफ में पहली बार गिरती हुई बर्फ़बारी देखी
मंसूरी जाने का मेरा कोई विचार नहीं था मैं तो किसी काम से देहरादून गया था उस दिन बारीश होने की वजह से बहन ने बोला चलो भइया मंसूरी घूम कर आते है एक घंटे में वापिस आ जायेंगे पहले तो मेरा मन नहीं हुवा फिर बारीश वाले मोसम को देखकर सोचा देहरादून आ गये है तो मंसूरी भी घूम ही आते है और फिर एक घंटे की ही तो बात थी ये ही सोच कर मैंने मंसूरी का प्रोग्राम बना लिया और बारिश में ही निकल गये बाइक पर सवार होकर लेकिन मंसूरी पहुचते पहुचते हमे 3 घंटे लग गये वो इसलिए क्युकी उस दिन सन्डे था और मंसूरी जाने वालो और आने वालो की भीड़ हजारो में थी ऊपर से बारीश और टूटी हुई सडको की वजह से बहुत लम्बा जाम लगा हुवा था हम लोग भी जाम में फसे हुवे थे हमारा 1 घंटे का सफ़र 3 घंटे में बदल गया जब हम मंसूरी पहुचे तो शाम के 6 बज चुके थे और बहुत तेज बारिश हो रही थी थोड़ी देर हम वही एक टिन के निचे रुक गये हमारा वापिस हरिद्वार आने का विचार तो था लेकिन लम्बे जाम, रात और बारिश की वजह से हमारी हिम्मत हो पा रही थी वापिस जाने की फिर हमने वही रुकने का फेसला करा हमारा मंसूरी में रुकने का फेसला ठीक साबित हुवा क्युकी रात को 12 बजे मंसूरी में खूब दबा कर बर्फ़बारी हुई चारो तरफ बर्फ ही बर्फ थी जिसका लुफ्त हमने सुबह होने पर 7 बजे उठाया उठते ही सार निकल पड़े घुमने के लिए बारिश में ही ये मंसूरी का पहला ठण्ड के मारे कपकपी छोड़ने वाला टूर हमेशा याद रहने वाला है अब तो हर साल एक रात मंसूरी में बीताने का विचार है खेर छोड़ो ये बाते निचे आप साईट स्लो में उन सब फोटो को देख सकते हो जो मैंने वहा खिची अगर आपको इन सब फोटो को बड़ा करके फुल स्क्रीन पर देखना है तो इसके लिए आपको अपने किबोर्ड से F11 दबाना होगा
जो लोग मेरी पोस्ट को मेल पर पढ़ते है उन्हें वो साईट स्लो नहीं नहीं दिखेगा जिसमे मैंने अपनी मंसूरी की फोटो डाली हुई है अगर आप भी बर्फ़बारी की फोटो देखना चाहते है तो यहाँ क्लीक करके आपको मेरी साईट पर आना होगा
मंसूरी की फोटो के बाद अब फोटो होली की जैसा की मैंने आपको बताया था की मैं होली नहीं खेलता मेरी होली बहुत स्पेसल होती है जो की हम लोग दूर जंगलो में बनाते है हम लोग खाना भी वही बना कर खाते है इसके बारे में कभी विस्तार से बताऊंगा अभी तो आप निचे साईट स्लो में उन सब फोटो को और उन लोगो को देखे जो मेरे साथ गये थे
आप यहाँ क्लीक करके होली के फोटो के साईट स्लो देख सकते हो
होली के बाद नम्बर आता है नीलकंठ महादेव की फोटो का नीलकंठ मैं हर साल जाता हु इसके बारे में मैंने अपनी पोस्ट में भी लिखा था खेर आप तो बस यहाँ क्लीक कर के फोटो देखे
इन सब फोटो को फुल स्क्रीन पर देखने के लिए आपको किबोर्ड से F11 दबाना होगा
अगर आप भी इसी तरह अपनी यादगार फोटो में साईट स्लो बनाना चाहते हो तो नीचे दो साइटों के लिंक दे रहा हु जिन पर क्लीक कर के आप अपनी फोटो के साईट स्लो बना सकते हो
पहली साईट ये है जो आपको म्यूजिक के साथ साईट स्लो बनाने का मोका देती है
और ये दूसरी साईट है जिस पर जाकर भी आप साईट स्लो बना सकते हो
फोटोज बहुत ही अच्छी आई हैं.वाकई यादगार लगती हैं.लेकिन आपकी फोटोज ना होने के बराबर है,आप फोटोज खिंच रहे होंगे ना इसलिए.
जवाब देंहटाएंमयंक जी आपकी फोटो के एल्बम बहुत ही अच्छी है, लेकिन यह अच्छा नहीं लगा की आपकी फोटो इन एल्बमों में नहीं है. लेकिन तो भी फोटो काफी सुन्दर है.
जवाब देंहटाएंरचनाएँ
Wow bhaiya very nice pics ye ab to hum b agaye apki site me.
जवाब देंहटाएं:-)