पिछले हफ्ते मेने एक बुक पढ़ी वो एक ऐसी मैगजीन है। जिसे मैं पिछले 7 या 8 साल से पढ़ रहा हु वो एक कंप्यूटर की मैगजीन है। जो की हर महीने निकलती है। इसी मैगजीन के द्वारा में कंप्यूटर में बहुत कुछ सीखा हु। इस बार की मैगजीन कुछ खास थी क्युकी इस मैगजीन में मेरे ब्लॉग का लेख भी दिया हुवा था। अपने ब्लॉग का लेख देखकर मुझे ख़ुशी तो मिली लेकिन ये देख कर थोड़ी बहुत निराशा जरुर हुई की उस लेख में मेरा नाम नहीं दिया गया था किसी ज्योति के नाम से वो लेख छपा है निचे दिए हुवे चित्र में आप मेरे ब्लॉग का वो लेख देख सकते है
इस फोटो पर दिया गया लेख का ओरिजनल आप यहाँ क्लीक कर के देख सकते है खेर मेरे ब्लॉग का लेख उस मैगजीन में छपा जिसे में बहुत टाइम से पढता आ रहा हु। ये ही मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। भले ही उन्होंने मेरा नाम न दिया हो, लेकिन एक रास्ता तो दे दिया जिस पर चल कर मैं अपने ब्लॉग की किताब भी निकाल सकता हु। वो भी डाउनलोड लिंक के साथ मन तो बहुत करता है, कि अपने ब्लॉग की किताब निकल दू लेकिन हिम्मत नहीं हो पाती।
बहुत से लोगो में मुझे बोला भी है की मयंक भाई आप अपने ब्लॉग की किताब निकाल दे ताकि कंप्यूटर की जानकारी उन लोगो तक पहुच सके जो इनरनेट का इस्तेमाल नहीं करते या फिर आपके ब्लॉग के बारे में नहीं जानते। आपकी किताब निकालने में हम आपकी पूरी साहयता करेंगे आप बस एक बार हां बोल दे और सारा काम हमारे ऊपर छोड़ दे लेकिन मेने ही उन्हें मना कर दिया। अगर मेरा मुंड बना तो उन्हें जल्दी ही अपनी किताब लिखने का मोका दूंगा अभी फिलाल कोई मुंड नहीं है ...........
ये तो थी किताब की बात अब बात करते है ऑनलाइन की। ऑनलाइन भी बहुत से ऐसे ब्लॉग है जो मेरे ब्लॉग के लेख को पूरा का पूरा पेस्ट करके अपने ब्लॉग पर पोस्ट करते है, इन ब्लॉग पर मेरी वो पोस्ट भी है जिन्हें मेने हटा कर ड्राफ़ फोल्डर में सेव करा हुवा है। यानि वो मेरे डुप्लीकेट ब्लॉग है। मुझे उन ब्लोगर से मेरी पोस्ट को अपने ब्लॉग पर देने के लिए कोई शिकायत नहीं है, बस इतनी सी शिकायत है की अगर वो मेरे ब्लॉग की पोस्ट देते है तो कम से कम मेरे ब्लॉग का लिंक तो दे ताकि लोगो को ओरिजनल पोस्ट देखने का मोका मिले।
वेसे तो मुझे अपने डुप्लीकेट ब्लॉग की कोई जरुरत ही नहीं है। लेकिन ये डुप्लीकेट ब्लॉग उन लोगो के जरुर काम आ सकते है जिन्हें मेरे ब्लॉग को खोलने में परेशानी आती है या फिर मेरे डुप्लीकेट ब्लॉग आपके तब काम आ सकते है जब मैं आप लोगो के बिच नहीं रहूँगा वेसे मेरा दूर जाने का कोई विचार नहीं है तब भी वक्त का कोई भरोसा नहीं खेर छोडो ये बाते आपको मिलाता हु अपने डुप्लीकेट ब्लॉग से निचे दिए हुवे लिंक पर क्लीक कर के आप मेरे डुप्लीकेट ब्लॉग देख सकते है और उन्हें शाबासी भी दे सकते है क्युकी बड़ी मेहनत करके वो मेरी पोस्ट को अपने ब्लॉग पर लगाते है
पहला डुप्लीकेट ब्लॉग यहाँ है
दुसरे डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे
तीसरे डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे
चोथे डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे
पाचवे डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे
इन डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाकर आपको मेरे ब्लॉग के साथ साथ और भी ब्लॉग के लेख मिलने यानि इतने सारे तकनिकी लेख पढ़ कर आपको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा इतना कुछ जो की आपने मेरे ब्लॉग से भी नहीं सिखा होगा और भी बहुत से ऐसे डुप्लीकेट ब्लॉग है जो मेरी पोस्ट को अपने ब्लॉग पर देते है लेकिन आज के लिए इतना ही बहुत है आप भी मजे करे मेरे डुप्लीकेट ब्लॉग के साथ
इस फोटो पर दिया गया लेख का ओरिजनल आप यहाँ क्लीक कर के देख सकते है खेर मेरे ब्लॉग का लेख उस मैगजीन में छपा जिसे में बहुत टाइम से पढता आ रहा हु। ये ही मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। भले ही उन्होंने मेरा नाम न दिया हो, लेकिन एक रास्ता तो दे दिया जिस पर चल कर मैं अपने ब्लॉग की किताब भी निकाल सकता हु। वो भी डाउनलोड लिंक के साथ मन तो बहुत करता है, कि अपने ब्लॉग की किताब निकल दू लेकिन हिम्मत नहीं हो पाती।
बहुत से लोगो में मुझे बोला भी है की मयंक भाई आप अपने ब्लॉग की किताब निकाल दे ताकि कंप्यूटर की जानकारी उन लोगो तक पहुच सके जो इनरनेट का इस्तेमाल नहीं करते या फिर आपके ब्लॉग के बारे में नहीं जानते। आपकी किताब निकालने में हम आपकी पूरी साहयता करेंगे आप बस एक बार हां बोल दे और सारा काम हमारे ऊपर छोड़ दे लेकिन मेने ही उन्हें मना कर दिया। अगर मेरा मुंड बना तो उन्हें जल्दी ही अपनी किताब लिखने का मोका दूंगा अभी फिलाल कोई मुंड नहीं है ...........
ये तो थी किताब की बात अब बात करते है ऑनलाइन की। ऑनलाइन भी बहुत से ऐसे ब्लॉग है जो मेरे ब्लॉग के लेख को पूरा का पूरा पेस्ट करके अपने ब्लॉग पर पोस्ट करते है, इन ब्लॉग पर मेरी वो पोस्ट भी है जिन्हें मेने हटा कर ड्राफ़ फोल्डर में सेव करा हुवा है। यानि वो मेरे डुप्लीकेट ब्लॉग है। मुझे उन ब्लोगर से मेरी पोस्ट को अपने ब्लॉग पर देने के लिए कोई शिकायत नहीं है, बस इतनी सी शिकायत है की अगर वो मेरे ब्लॉग की पोस्ट देते है तो कम से कम मेरे ब्लॉग का लिंक तो दे ताकि लोगो को ओरिजनल पोस्ट देखने का मोका मिले।
वेसे तो मुझे अपने डुप्लीकेट ब्लॉग की कोई जरुरत ही नहीं है। लेकिन ये डुप्लीकेट ब्लॉग उन लोगो के जरुर काम आ सकते है जिन्हें मेरे ब्लॉग को खोलने में परेशानी आती है या फिर मेरे डुप्लीकेट ब्लॉग आपके तब काम आ सकते है जब मैं आप लोगो के बिच नहीं रहूँगा वेसे मेरा दूर जाने का कोई विचार नहीं है तब भी वक्त का कोई भरोसा नहीं खेर छोडो ये बाते आपको मिलाता हु अपने डुप्लीकेट ब्लॉग से निचे दिए हुवे लिंक पर क्लीक कर के आप मेरे डुप्लीकेट ब्लॉग देख सकते है और उन्हें शाबासी भी दे सकते है क्युकी बड़ी मेहनत करके वो मेरी पोस्ट को अपने ब्लॉग पर लगाते है
पहला डुप्लीकेट ब्लॉग यहाँ है
दुसरे डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे
तीसरे डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे
चोथे डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे
पाचवे डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे
इन डुप्लीकेट ब्लॉग पर जाकर आपको मेरे ब्लॉग के साथ साथ और भी ब्लॉग के लेख मिलने यानि इतने सारे तकनिकी लेख पढ़ कर आपको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा इतना कुछ जो की आपने मेरे ब्लॉग से भी नहीं सिखा होगा और भी बहुत से ऐसे डुप्लीकेट ब्लॉग है जो मेरी पोस्ट को अपने ब्लॉग पर देते है लेकिन आज के लिए इतना ही बहुत है आप भी मजे करे मेरे डुप्लीकेट ब्लॉग के साथ
प्रिय मयंकजी,
जवाब देंहटाएंआप के लेख में आप के मन की व्यथा व्यक्त हो रही है पर, आप ज़रा भी दुःख न करें क्योंकि पूरा देश लूट रहा है. ऐसे में हमारे एक आखेख की क्या औक़ात है..!
पवित्र गीताजी, का वही सुप्रसिद्ध उपदेश याद रखने से दर्द कम होगा ? "कर्मण्येवाधिकारस्ते...।"
खुश रहें,स्वस्थ रहें, लिखते रहें यही प्रार्थना के साथ - मार्कण्ड दवे ।
ये जो नकलची ब्लाँग नबर पाँच हैँ COMPUTER SEKHO ये आपका ही का नही ये नवीन भाई का ब्लाँग का भी नकल किया हैँ।
जवाब देंहटाएंये जो नकलची ब्लाँग नबर पाँच हैँ COMPUTER SEKHO ये आपका ही का नही ये नवीन भाई का ब्लाँग का भी नकल किया हैँ।
जवाब देंहटाएंभाई इसी का नाम हे काम हम करे और फल कोई और ले जाये अर्थात पकी पकार्इ खीर खाने वाले
जवाब देंहटाएंहे हे हे...
जवाब देंहटाएंपर, नकल के लिए भी अकल चाहिए.
आपने जहाँ उस टूल को डाउनलोड करने का लिंक टिकाया है (एम्बेड किया है)वो इस प्रिंट मैगजीन के छापे गए पाठ में नहीं आया है. भाई लोगों को वो टूल डाउनलोड करने का लिंक तो अलग से छाप देना था!
हद है!!!
:)
मेरे ख़याल से आपको ब्लॉग सुरक्षित का विजेट अपने ब्लॉग पर लगाना चाहिए.और इन ब्लोगर्स को चेतावनी भेजनी चाहिए.ना मानने पर कारवाही करनी चाहिए.ये तो सरासर गलत है.मुझे तो बहुत दुःख दुआ,ये देख कर भी.आपको ऐसे लोगों का सही इलाज़ करना चाहिए.जो खुद कुछ करते नही हैं ,और दूसरों के ब्लोगों से पोस्ट्स ही चोरी करके अपने नाम से भेज देते हैं.
जवाब देंहटाएंमैँ भी जानकारी तो इधर .उधर से लाता हुँ पर आज तक किसी हिँदी ब्लोग कि पोस्ट नकल नहीँ कि मै ज्यादातर अंग्रेजी ब्लोग के टिप्स अपनी भाषा मेँ समझाकर लिखता हुँ लेकिन फिर भी उसका लिँक देता हुँ दुसरे के पोस्ट काँपी करना बहुत बुरा लगता हैँ पर पता नही इन सबको कैसे पच जाता है मुझे तो उल्टी आ जाएगीं । खैर आप वेबपेज लाँक कर दिया करे जिस पोस्ट मे कोड है उसे छोडकर कुछ हद तक ये कम हो जायेँगा ।
जवाब देंहटाएंmayank ji aap blogs se hi maine bahut si chije sihi hai .aap aise hi jankari dete rahe.danyabaad.
जवाब देंहटाएंaap ke upar e tag live tv dekhe .ke upar karsar rahane par jo usme aur page ke ink dikhai dete hai .please mujhe banana bataye ya aap ki post ho to uska link bataye .aloktripathi025@gmail.com
जवाब देंहटाएंTHANK YOU SIR LIKHATE RAHIYE
जवाब देंहटाएंसर आपको इनका विरोध करना चाहिए हम आपके साथ है
जवाब देंहटाएंइनको भगवान ने इतनी अक्ल तो दी नही की खुद कुछ लिख सकें, इसी लिये ये पोस्ट चुराते हैं. ताकी इनके ब्लाग पर भी लोग आयें, आप की कृपा से कुछ एक के तो फालोवर भी है,हा हा हा,,,
जवाब देंहटाएंबहरहाल , मयंक भाई, असली असली ही होता है, धन्यवाद.
सर जो दम असली मै है वो नकली मै कहा होगा आप के बाते बता रही है कि आप कितने दुखी है
जवाब देंहटाएंआपके हि कारण मै आज इतने जानकारी प्राप्त कि है जिसका मै तहेदिल से धन्यवाद करता हु
हमारे मालवा में कहावत है की "नाचे कूदे वान्दरी(बंदरिया)ने खीर खाए फकीर"
जवाब देंहटाएंमैगजीन में जो "यहाँ क्लिक" लिखा है, वहाँ क्लिक करने से कुछ नहीं होगा. शुद्ध नकलची है. आपकी मेहनत सराहनीय है.
जवाब देंहटाएंमयंक जी कृपया मैगजीन का नाम बताये ....
जवाब देंहटाएंज्योति को कम से कम यह लाइन तो हटा देनी चाहिए थी : -
"आपको यहां क्लिक करके एक टूल डाउनलोड करना होंगा"
अब उसे कौन समझाए की कागज़ पर क्लिक नहीं होता ! हा हा हा
मयंक जी कृपया उस मैगज़ीन का नाम बाते उससे आप सात आठ साल से पड़ रहे है
जवाब देंहटाएंmayank ji number 3 blog toh band ho chuka hai.shyad use sharam aa gayi.chalo ye ek achi baat hi hai ki bina kuch bole 1 toh maan gaya.
जवाब देंहटाएंaap likhte rahiye sir mere mann nain aapke liye kafi respect hai
जवाब देंहटाएंbharadwaz sir aapke liye mere mann mai kafi respect hai aapke blog se jo seekha aur zo seekh raha hoo woh bahut hi upyogi hai
जवाब देंहटाएंaap achcha kar rahe hai
जवाब देंहटाएंkarte rahe
amar
इन ब्लोगर्स को चेतावनी भेजनी चाहिए.ना मानने पर कारवाही करनी चाहिए.ये तो सरासर गलत है
जवाब देंहटाएं